tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post1692644386472455983..comments2024-03-28T10:26:57.335+05:30Comments on मन पाए विश्राम जहाँ: इस उमंग का राज छुपा है Anitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-6669652956390125212019-04-02T09:44:47.344+05:302019-04-02T09:44:47.344+05:30स्वागत व आभार दिगम्बर जी ! सही कहा है आपने उस अनाम...स्वागत व आभार दिगम्बर जी ! सही कहा है आपने उस अनाम की पुकार ऐसी ही होती है Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-18900361260761816802019-04-01T12:18:04.448+05:302019-04-01T12:18:04.448+05:30रुनझुन सी बजती है उर में
गुनगुन सी होती अंतर में,
...रुनझुन सी बजती है उर में<br />गुनगुन सी होती अंतर में,<br />छुप-छुप किसके मिले इशारे<br />निकल गया दिल किसी सफर में ...<br />इश्वर के स्वर की रुनझुन मन को सुनाई पड़ती है और अनजाना मन फिर कुछ सोच समझ कहाँ पाता है ... सुन्दर भावाव्यक्ति ... अंतस तक जाती है ...<br />दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com