tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post5708437421580380536..comments2024-03-29T09:56:47.729+05:30Comments on मन पाए विश्राम जहाँ: अंतर में इक दीप जलायेAnitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-68178314818552623362022-07-23T11:28:47.006+05:302022-07-23T11:28:47.006+05:30अनुपमा जी, संगीता जी, अपर्णा जी, कविता जी, सुधा जी...अनुपमा जी, संगीता जी, अपर्णा जी, कविता जी, सुधा जी व नूपुर जी आप सभी का स्वागत व आभार! Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-11262767777746607772022-07-23T11:27:51.598+05:302022-07-23T11:27:51.598+05:30बहुत बहुत आभार रवींद्र जी! बहुत बहुत आभार रवींद्र जी! Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-73313300056440290932022-07-23T11:27:31.734+05:302022-07-23T11:27:31.734+05:30बहुत बहुत आभार श्वेता जी! बहुत बहुत आभार श्वेता जी! Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-30783246680382908942022-07-22T22:46:23.709+05:302022-07-22T22:46:23.709+05:30नभ में कोई न कोई झरोखा खुल ही जाएगा । मधुर । नभ में कोई न कोई झरोखा खुल ही जाएगा । मधुर । नूपुरं noopuramhttps://www.blogger.com/profile/18200891774467163134noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-82710221154919556112022-07-22T16:06:24.322+05:302022-07-22T16:06:24.322+05:30खुद का खुद से मिलना कैसा
कली-पुष्प में खिलने जैस...खुद का खुद से मिलना कैसा <br /><br />कली-पुष्प में खिलने जैसा, <br /><br />वाह!!!<br />खुद से मिलना खुदा से मिलना<br />लाजवाब सृजन।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-50479994098931773392022-07-22T12:10:39.227+05:302022-07-22T12:10:39.227+05:30अंतर्मन में दीप जले तो सारे जग में उजियारा फैलते द...अंतर्मन में दीप जले तो सारे जग में उजियारा फैलते देर नहीं लगती <br />बहुत सुन्दर रचना कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-8688886467211886432022-07-22T07:44:20.800+05:302022-07-22T07:44:20.800+05:30कितना सुंदर चित्रण किया है इस कविता में। मन के आं...कितना सुंदर चित्रण किया है इस कविता में। मन के आंतरिक भाव ही बाहरी सबकुछ देखने की दृष्टि देते है। <br />बहुत सुंदर कविता है दी <br />सादर अपर्णा वाजपेयीhttps://www.blogger.com/profile/11873763895716607837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-69322896394984691112022-07-21T22:52:00.868+05:302022-07-21T22:52:00.868+05:30नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शुक्रव...नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शुक्रवार 22 जुलाई 2022 को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/ " rel="nofollow"> 'झूला डालें कहाँ आज हम, पेड़ कट गये बाग के' (चर्चा अंक 4498) </a> पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:01 AM के बाद आपकी प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी।Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-63079880122417325002022-07-21T20:40:50.422+05:302022-07-21T20:40:50.422+05:30जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार २२ जुलाई २०२२ क...जी नमस्ते,<br />आपकी लिखी रचना शुक्रवार २२ जुलाई २०२२ के लिए साझा की गयी है<br /><a href="http://halchalwith5links.blogspot.com/" rel="nofollow">पांच लिंकों का आनंद</a> पर...<br />आप भी सादर आमंत्रित हैं।<br />सादर<br />धन्यवाद।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-87740687637993469352022-07-21T13:00:51.536+05:302022-07-21T13:00:51.536+05:30नभ में कोई खुले झरोखा
जल का इक सरवर दिख जाये,
...नभ में कोई खुले झरोखा <br /><br />जल का इक सरवर दिख जाये, <br /><br />छुपी शिला में मूरत कोई <br /><br />मन की आँखों से लख जाये !<br /><br />पूरी रचना ही कमाल है । बहुत सुंदर प्रस्तुति। संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-39063610690897842812022-07-21T11:25:13.116+05:302022-07-21T11:25:13.116+05:30हृदय का दीप जले तो जग उजियारा है!!बहुत सुंदर रचना!...हृदय का दीप जले तो जग उजियारा है!!बहुत सुंदर रचना!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.com