tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post8002540397238767171..comments2024-03-28T10:26:57.335+05:30Comments on मन पाए विश्राम जहाँ: यहाँ हवाएं भी गाती हैAnitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-57039692393474943532022-01-31T12:37:05.951+05:302022-01-31T12:37:05.951+05:30प्रकृति को मौन भाषा हर कोई नहीं सुन पाता ...
पर जो...प्रकृति को मौन भाषा हर कोई नहीं सुन पाता ...<br />पर जो सुन लेता है उसे कुछ और नहीं भाता ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-36889031878796768352022-01-24T10:52:57.661+05:302022-01-24T10:52:57.661+05:30स्वागत व आभार अनीता जी!स्वागत व आभार अनीता जी!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-80050765314708672162022-01-24T10:52:27.770+05:302022-01-24T10:52:27.770+05:30स्वागत है मनीषा जी!स्वागत है मनीषा जी!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-18903703551751590962022-01-24T10:52:02.810+05:302022-01-24T10:52:02.810+05:30कविता आपको अच्छी लगी, जानकर ख़ुशी हुई, स्वागत व आभ...कविता आपको अच्छी लगी, जानकर ख़ुशी हुई, स्वागत व आभार!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-50661602169591427132022-01-24T10:51:02.621+05:302022-01-24T10:51:02.621+05:30जी हाँ कुसुम जी, और स्वयं को सुने बिना स्वयं को जा...जी हाँ कुसुम जी, और स्वयं को सुने बिना स्वयं को जान भी कैसे सकते हैं Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-13512841516021591652022-01-24T10:50:20.805+05:302022-01-24T10:50:20.805+05:30वाह ! कितने सुंदर शब्दों में आपने कविता के मर्म को...वाह ! कितने सुंदर शब्दों में आपने कविता के मर्म को प्रस्तुत कर दिया है, आभार!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-61524065960378127272022-01-24T10:49:15.585+05:302022-01-24T10:49:15.585+05:30स्वागत व आभार!स्वागत व आभार!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-72419901252707926482022-01-24T10:49:03.078+05:302022-01-24T10:49:03.078+05:30सही कहा है आपने, स्वागत व आभार!सही कहा है आपने, स्वागत व आभार!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-90602527614583921592022-01-23T19:03:51.326+05:302022-01-23T19:03:51.326+05:30राग सुनो, आलाप सुनो तुम
मधुरिम तान सुनो कोकिल की,...राग सुनो, आलाप सुनो तुम <br />मधुरिम तान सुनो कोकिल की,<br />यहाँ हवाएं भी गाती है<br /> सरिता बहती सुर सरगम की!... बहुत ही सुंदर मन शीतल हो गया।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-77097913998822660032022-01-23T18:52:49.689+05:302022-01-23T18:52:49.689+05:30कल-कल नदिया की भी सुनना
बादल का तुम सुनना गर्जन,
...कल-कल नदिया की भी सुनना <br />बादल का तुम सुनना गर्जन,<br />गुनना पंछी की बोली को ,<br />सागर की लहरों का तर्जन !<br />अद्भुत! Manisha Goswamihttps://www.blogger.com/profile/10646619362412419141noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-30825893747942608762022-01-23T14:12:11.176+05:302022-01-23T14:12:11.176+05:30आदरणीया अनिता जी, नमस्ते👏! आपने प्रकृति में परिव्...आदरणीया अनिता जी, नमस्ते👏! आपने प्रकृति में परिव्याप्त जिस संगीत को शब्द दिया है, वह स्वर्ग के संगीत से भी उत्तम है। बस सुनने की वर्त्तियों को जगाना होगा। सुंदर भाव!<br /><br />राग सुनो, आलाप सुनो तुम <br />मधुरिम तान सुनो कोकिल की,<br />यहाँ हवाएं भी गाती है<br /> सरिता बहती सुर सरगम की! <br /><br />कल-कल नदिया की भी सुनना <br />बादल का तुम सुनना गर्जन,<br />गुनना पंछी की बोली को ,<br />सागर कीMarmagya - know the inner selfhttps://www.blogger.com/profile/12590186684533332662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-84855866020734593092022-01-23T12:41:01.015+05:302022-01-23T12:41:01.015+05:30बड़ा ही उम्दा सृजन बड़ा ही उम्दा सृजन MANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13231334683622272666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-21019990898282323082022-01-23T10:31:54.632+05:302022-01-23T10:31:54.632+05:30बहुत सुंदर गहन भाव! ब्रह्मांड के हर नाद को एकचित्त...बहुत सुंदर गहन भाव! ब्रह्मांड के हर नाद को एकचित्त हो सुनने का सामर्थ्य हो अगर तो स्वयं को भी सुनने का अवसर मिलता है।<br />सुंदर भाव।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-18930476403336594062022-01-23T08:40:55.750+05:302022-01-23T08:40:55.750+05:30सुनना है सुख, पुण्य प्रदायक
सुनने की महिमा है अन...सुनना है सुख, पुण्य प्रदायक<br />सुनने की महिमा है अनुपम, <br />करे श्रवण जो बनता साधक <br />मिल जाता इक दिन वह प्रियतम !<br />..वाकई अगर धैर्यपूर्वक सुना जाय तो हमारी सृष्टि ही संपूर्ण है, हमें जीवन संगीत सुना जीना सिखा देती है..<br />बहुत सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-81222366974954808322022-01-22T19:33:37.788+05:302022-01-22T19:33:37.788+05:30सादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्...सादर नमस्कार , <br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (23-1-22) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "पथ के अनुगामी"(चर्चा अंक 4319)</a>पर भी होगी।आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .<br /> -- <br />कामिनी सिन्हा <br />Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-34169608043131148902022-01-22T17:27:19.650+05:302022-01-22T17:27:19.650+05:30पिउ पपीहा, केकी मोर की
सुनना भी है एक विज्ञान,
ग...पिउ पपीहा, केकी मोर की<br />सुनना भी है एक विज्ञान, <br />गूँज मौन की सुन ले कोई <br />हृदय गुह में जगता प्रज्ञान <br />..... बहुत सुंदर!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-17479620320726401802022-01-22T15:18:06.969+05:302022-01-22T15:18:06.969+05:30सुनने की भी महिमा है । यदि सुनने वाला न हो तो कहने...सुनने की भी महिमा है । यदि सुनने वाला न हो तो कहने वाला किससे कहेगा । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com