tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post6317251904899080396..comments2024-03-29T09:56:47.729+05:30Comments on मन पाए विश्राम जहाँ: एक अनोखा खेल चल रहा बड़े प्रेम से कोई छल रहाAnitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-28007660050909403022012-04-26T19:41:02.962+05:302012-04-26T19:41:02.962+05:30निशब्द....निशब्द....Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-52789279503558374602012-04-26T10:23:00.382+05:302012-04-26T10:23:00.382+05:30मनोज जी, यह खेल लुभाता जो है, पर इसकी चमक बस ऊपरी ...मनोज जी, यह खेल लुभाता जो है, पर इसकी चमक बस ऊपरी ही है, एक बार इसकी असलियत का पता चल जाये तो यह अपने वास्तविक रूप में आ जाता है और तब इसकी चमक और भी बढ़ जाती है.Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-41198341054789933962012-04-26T10:13:34.712+05:302012-04-26T10:13:34.712+05:30expression ने आपकी पोस्ट " एक अनोखा खेल चल रह...expression ने आपकी पोस्ट " एक अनोखा खेल चल रहा बड़े प्रेम से कोई छल रहा " पर एक टिप्पणी छोड़ी है: <br /><br />वाह.............<br /><br />याद कर करके जिसे थकते नहीं<br />दिल ने उसे भुलाया ही कब था<br /><br />बहुत बढ़िया...Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-24547739584661946382012-04-25T22:59:50.247+05:302012-04-25T22:59:50.247+05:30इस खेल में हम बार-बार छले ही तो जाते हैं। फिर भी इ...इस खेल में हम बार-बार छले ही तो जाते हैं। फिर भी इस खेल में जुटे हैं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-70558835209001048452012-04-25T15:49:41.196+05:302012-04-25T15:49:41.196+05:30वाह वाह.....वो तो कभी दूर ही न था हम ही भटका किये ...वाह वाह.....वो तो कभी दूर ही न था हम ही भटका किये ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-18567316584672255762012-04-25T15:38:52.535+05:302012-04-25T15:38:52.535+05:30पुकारें किसे राह निहारें किसकी
वहाँ कभी कोई दूसरा ...पुकारें किसे राह निहारें किसकी<br />वहाँ कभी कोई दूसरा नहीं था<br /><br />...बहुत गहन और सुन्दर प्रस्तुति...आभारKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-44917508926351673582012-04-25T14:27:24.149+05:302012-04-25T14:27:24.149+05:30सुन्दर कविता, भाव भरे शब्दों के साथसुन्दर कविता, भाव भरे शब्दों के साथसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6474592890557237793.post-83259097673081022242012-04-25T13:28:14.091+05:302012-04-25T13:28:14.091+05:30वाह.............
याद कर करके जिसे थकते नहीं
दिल न...वाह.............<br /><br />याद कर करके जिसे थकते नहीं<br />दिल ने उसे भुलाया ही कब था<br /><br />बहुत बढ़िया...ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.com