मन पाए विश्राम जहाँ

नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !

मंगलवार, जुलाई 12

उससे मिलन न क्योंकर होता

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उससे मिलन न क्योंकर होता पोर-पोर में श्वास-श्वास में नस-नस में हर रक्त के कण में, गहराई तक भीतर मन में छाया जो पूरे जीवन में ! उससे ही हम...
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रविवार, जुलाई 10

उन सब बच्चों को समर्पित, जिनका आज जन्म दिन है और जो घर से दूर हैं !

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प्रिय पुत्र के जन्मदिवस पर तुम आये जीवन में जिस पल जगमग मन में हुआ उजाला, अपने ही तन की माटी से गढ़ डाला जब रूप निराला ! उस नन्हें तन क...
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शनिवार, जुलाई 9

खोया खोया सा मन रहता

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खोया खोया सा मन रहता जब कोई हौले से आकर कानों में वंशी धुन छेड़े, माली दे ज्यों जल पादप को  जब कोई अंतर को सींचे ! जब तारीफों के पुल बांधे...
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बुधवार, जुलाई 6

साक्षीभाव

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साक्षीभाव संवेदनाओं का ही तो खेल है चल रहा है छल इन्हीं का... संवेदनाएं, जो घटतीं हैं मन की भूमि पर और प्रकटती हैं देह धरातल पर   जहाँ से...
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सोमवार, जुलाई 4

ऊपर का बंधन तो भ्रम है

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आजादी ! आजादी ! आजादी ! मांग है सबकी आजादी, कीमत देनी पड़ती सबको फिर भी चाहें आजादी ! नन्हा बालक कसमसाता हो मुक्त बाँहों से जाने, किशोर एक...
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शुक्रवार, जुलाई 1

मौन मात्र पर अपना हक है

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मौन मात्र पर अपना हक है   एक हवा का झोंका आकर पश्चिम वाली खिड़की खोले,   दिखी झलक मनहर फूलों की हिला गया पर्दा जोरों से !   पूरब वाले वात...
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बुधवार, जून 29

भीतर दोनों हम ही तो हैं

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भीतर दोनों हम ही तो हैं बाहर जितना-जितना बांटा भीतर उतना टूट गया, कुछ पकड़ा, कुछ त्यागा जिस पल भीतर भी कुछ छूट गया ! यह निज है वह नही है ...
11 टिप्‍पणियां:
सोमवार, जून 27

फूल

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फूल फूल, बस खिलना जानता है ! उसे शुभ घड़ी, शुभ दिन की चाह नहीं सम्पूर्ण हो जाने के बाद वह  खुदबखुद आँखें खोल देता है... पांखुरी-पांखुरी ...
10 टिप्‍पणियां:
शनिवार, जून 25

हम और वह

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हम और वह हम अहसान जताते उस पर, जिसको अल्प दान दे देते किन्तु परम का खुला खजाना, बिन पूछे ही सब ले लेते ! दो दाने देकर भी हम तो, कैसे निर्...
12 टिप्‍पणियां:
शुक्रवार, जून 24

श्वासों की समिधा को

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श्वासों की समिधा को श्वासों की समिधा को अंतर की हवि कर दें, पल-पल में जी लें फिर अमृत यूँ हम पी लें ! उर के घट पावन में प्रियतम जो बसता...
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Anita
यह अनंत सृष्टि एक रहस्य का आवरण ओढ़े हुए है, काव्य में यह शक्ति है कि उस रहस्य को उजागर करे या उसे और भी घना कर दे! लिखना मेरे लिये सत्य के निकट आने का प्रयास है.
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