मन पाए विश्राम जहाँ

नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !

रविवार, जून 2

भूटान की यात्रा -२

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भूटान की यात्रा -२  भूटान में पर्यटकों का आना १९७४ में आरम्भ हुआ, जब यहाँ के चौथे राजा जिग्मी सिंग्वाई वांगचुक का राज्याभिषेक हुआ...
शनिवार, जून 1

भूटान की यात्रा

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भूटान की यात्रा- १  आज 'थिम्फू' में हमारा पहला दिन है. सुबह साढ़े छह बजे जब कोलकाता हवाई अड्डे पहुँचे, तब तक ड्रुक एयर...
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बुधवार, मई 29

उसको खबर सभी की

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उसको खबर सभी की खोया नहीं है कोई भटका नहीं है राह अपने ही घर में बैठा बस घूमने की चाह जो दूर से भी दूर और पास से भी पास ऐ...
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सोमवार, मई 27

फिर फिर भीतर दीप जलाना होगा

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फिर फिर भीतर दीप जलाना होगा नव बसंत का स्वागत करने जग को अपनेपन से भरने उस अनंत के रंग समेटे हर दर बन्दनवार सजाना होगा ! ...
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बुधवार, अप्रैल 17

पत्ते उड़ा दिए पुरवा बन

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पत्ते उड़ा दिए पुरवा बन   टूट गया सुख स्वप्न, सत्य ने जैसे ही पलकें खोलीं, अंगडाई ले जागी कविता शब्दों में सुवास घोली ! ...
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सोमवार, अप्रैल 15

सुरमई शाम ढली

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सुरमई शाम ढली खग लौट चले निज नीड़ों को भरकर विश्वास सुबह होगी ! बरसेगा नभ से उजियारा फिर गगन परों से तोलेंगे, गुंजित...
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गुरुवार, अप्रैल 4

राह पर मन की गुजरते

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राह पर मन की गुजरते आज जीलें अभी जीलें जो कल कभी आया नहीं , जिन्दगी ने गीत उसके सुर साज पर गाया नहीं ! सुख समाया इस घड़ी...
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मंगलवार, अप्रैल 2

माया की माया

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माया की माया जो देख सकती है, वह आँख नहीं जानती भले-बुरे का भेद जो देख नहीं सकती, वह आत्मा   सब जानती है, फिर भी गिरती है गड्ढ...
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शुक्रवार, मार्च 29

इस उमंग का राज छुपा है

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इस उमंग का राज छुपा है  जाने क्यों दिल डोला करता नहीं किसी को तोला करता, जब सब उसके ही बंदे हैं भेद न कोई भोला करता ! ...
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गुरुवार, मार्च 28

जीवन मधुरिम काव्य परम का

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जीवन मधुरिम काव्य परम का फिरे सहज श्वासों की माला मन भाव सुगंध बने, जीवन मधुरिम काव्य परम का इक सरस प्रबंध बने ! जग...
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बुधवार, मार्च 27

दूर कोई गा रहा है

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दूर कोई गा रहा है कौन जाने आस किसकी किस बहाने आँख ठिठकी   प्रीत की गागर बना दिल बेवजह छलका रहा है ! चढ़ हवाओं के प...
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शुक्रवार, मार्च 22

झर-झर झरता वह उजास सा

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झर-झर झरता वह उजास सा   कोई पल-पल भेज सँदेसे   देता आमन्त्रण घर आओ ,  कब तक यहाँ वहाँ भटकोगे   मस्त हो रहो , झूमो , गाओ ! ...
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Anita
यह अनंत सृष्टि एक रहस्य का आवरण ओढ़े हुए है, काव्य में यह शक्ति है कि उस रहस्य को उजागर करे या उसे और भी घना कर दे! लिखना मेरे लिये सत्य के निकट आने का प्रयास है.
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