मन पाए विश्राम जहाँ

नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !

सोमवार, जून 2

भिगो गई है प्रीत की धारा

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भिगो गई है प्रीत की धारा  दिल की गहराई में बसता  सत्य एक ही, प्रेम एक ही,  दिया किसी ने, चखा किसी ने सुख-समता का स्वाद एक ही ! जैसे जल नदिया...
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शनिवार, मई 31

कामना का अभाव

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कामना का अभाव  जैसे धुएँ से ढकी रहती है अग्नि  और धूल से दर्पण  वैसे ही ढक जाती है चेतना  कामना के आवरण से  उजागर नहीं होने देती सत्य  अनावृ...
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बुधवार, मई 28

चुनाव हमारा है

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चुनाव हमारा है कल हम हो जायेंगे विदा  और परसों  लोग हमें भूल जायेंगे   इस तरह  जैसे कि कभी था ही नहीं  अस्तित्त्व हमारा इस दुनिया में  हमार...
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सोमवार, मई 26

चुनाव

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चुनाव   गा रहे पंछी   बह रही हवा  घूम रही धरा    हो रहा अपने आप सब कुछ ! चल रही श्वास    बढ़ रही उम्र    दौड़ रहा मन    हो रहा अपने आप सब कु...
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गुरुवार, मई 22

देवी कवच

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देवी कवच  शैलपुत्री सी अडिग हो  नित ब्रह्म में विचरण करे,  चन्द्र ज्योति निनाद घंटा  शुभ चेतना धारण करे ! स्कन्द जैसी वीरता हो  कात्यायनी सी...
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गुरुवार, मई 15

कृतज्ञता का फूल

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कृतज्ञता का फूल  समय से पूर्व और आवश्यकता से अधिक  जब मिलने लगे  जो भी ज़रूरी है  तो मानना चाहिए कि  ऊपरवाला साथ है  और कृपा बरस रही है ! कृ...
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सोमवार, मई 12

सरल और तरल

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सरल और तरल  चीजें जैसी हैं, वैसी हैं  हम उन्हें खींच कर  बनाना चाहते हैं  जैसी हम उन्हें देखना चाहते हैं  यही खिंचाव तो तनाव है  तनाव भर देत...
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शनिवार, मई 10

जब युद्ध में हो संवाद !

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जब युद्ध में हो संवाद घंटनाद मंदिरों के अब बन जाने दो सिहंनाद, आज वही युग आया जब युद्ध में हो संवाद ! जाग उठे अब जन-जन ऐसी रणभेरी बजने दो,  ...
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बुधवार, मई 7

युद्ध

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युद्ध  छाने लगे युद्ध के बादल  पर भय नहीं दिल में किसी के अटूट भरोसा है भारतीय सेना पर  शौर्य और वीरता के चर्चे सुने  देखी उनकी दरियादिली  ब...
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शनिवार, मई 3

बस ! अब और नहीं

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बस ! अब और नहीं  उलझ गई थी  आज़ादी के वक्त  समस्या वह सुलझाने वाली है  एक मुल्क  जो झूठ की बुनियाद पर  खड़ा हुआ    चूलें उसकी हिलने वाली हैं...
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गुरुवार, मई 1

मिलन

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मिलन  जो ख़ुशबू बन साथ चला है  उस से ही हर ख़्वाब पला है  जीवन का जो सार दे रहा  वही मधुर आधार दे रहा  सीधा-सच्चा जिसका पथ है  मिट जाती हर इ...
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Anita
यह अनंत सृष्टि एक रहस्य का आवरण ओढ़े हुए है, काव्य में यह शक्ति है कि उस रहस्य को उजागर करे या उसे और भी घना कर दे! लिखना मेरे लिये सत्य के निकट आने का प्रयास है.
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