पन्द्रह अगस्त २०११
पुण्य भूमि, हे भारत माता
दिल अपना मुस्काता, गाता
स्वतंत्रता दिवस मनाने लो
एक हुजूम चला आता !
जग को मुक्ति का ज्ञान दिया
तूने ही यह वरदान दिया,
पर आज वही मानव तेरी
आजादी का जश्न मनाता !
तेरे ही आंगन में हे माँ
गूंजी थी ऋषियों की वाणी,
तेरे सपूत थे महा वीर
कर्मठ, उत्साही व दानी !
फिर समय की ऐसी मार पड़ी
वे सुख मदिरा में मत्त हुए,
तेरे सम्मान को रख गिरवी
गैरों से बंधे, परास्त हुए !
लेकिन चिंगारी भीतर थी
क्रांति का बिगुल बजाया था,
सुलगी पहले फिर भड़की थी
सुंदर इक स्वप्न दिखाया था !
जाने कितनों का रक्त बहा
कितनी माँओं का दिल रोया,
कितने कवियों ने गीत लिखे
जेलों में गए, चैन खोया !
बापू, नेहरु, सुभाष, तिलक
आजाद, भगत, ऊधम भी लड़े,
ली करवट भारत जनता ने
थे सेनानी जांबाज बड़े !
लहराया था परचम प्यारा
छूने फिर नीले अम्बर को,
तीनों रंगों में सजा चक्र
प्रेरित करता जो चलने को !
जनगणमन था फिर गूंज उठा
कोटि-कोटि जन हर्षाये,
आज उसी की याद लिए
हम भारतवासी हैं आए !
तेरे चिरकाल ऋणी हैं हम
ममतामयी ओ कल्याणी माँ,
तेरे सुंदर नव रूपों पर
हम जाते हैं बलिहारी माँ !
तेरी महिमा का गान करें
हैं शब्द कहाँ ऐसे उर में,
तेरी आभा की ज्योति में
मिल गाते हैं हम सब सुर में !
माना राहें दुश्वार हुईं
एक उदासी सी है छाई,
लेकिन भीतर जोश भरा है
मंजिल की धुन रहे समाई !
तू अरूप है भारत माता
रूप झलकता है जन-जन में,
तू ही लहराती फसलों में
तू ही मुस्काती हर मन में !
भारत का हर जन तेरा ही
तुझसे ही उसका हर नाता,
तेरे कारण हम एक हुए
तेरा आँचल है हमें भाता !
हर प्रान्त तेरा खिल-खिल जाये
शहर-शहर गाँव मुस्काए,
तेरी गलियों में मस्ती हो
बाजारों में रौनक छाये !
द्वार-द्वार पर सजे रंगोली
हर छत पर ध्वजा लहराए,
हर बच्चे में जोश भरा हो
हर स्कूल तराने गाए !
हवा में भी हो एक सुगन्धि
लोगों का मन पिघले अब तो,
अपनी माँ को तो न सताएं
जश्नेआजादी मनेगा तब तो !
माना राहें दुश्वार हुईं
जवाब देंहटाएंएक उदासी सी है छाई,
लेकिन भीतर जोश भरा है
मंजिल की धुन रहे समाई !
सुन्दर प्रेरणा देती पंक्तियाँ आभार अनीता जी
आपको भी स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ।
जवाब देंहटाएं--------------
कल 15/08/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
Anita ji bahut prernadayi lekhan hai aapka .aabhar
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना ...
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें और बधाई
बहुत अच्छी प्रस्तुति ... आपके इस सुंदर सी प्रस्तुति से हमारी वार्ता भी समृद्ध हुई है !!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर गीत....
जवाब देंहटाएंराष्ट्र पर्व की सादर बधाईयाँ...
हवा में भी हो एक सुगन्धि
जवाब देंहटाएंलोगों का मन पिघले अब तो,
अपनी माँ को तो न सताएं
जश्नेआजादी मनेगा तब तो !अरे वह आपने तो भारत माता के उपर देशप्रेम से ओतप्रोत बहुत अच्छे भाव लिए सुंदर गीत लिख डाला /बधाई आपको /
ब्लोगर्स मीट वीकली (४)के मंच पर आपका स्वागत है आइये और अपने विचारों से हमें अवगत कराइये/आभार/ इसका लिंक हैhttp://hbfint.blogspot.com/2011/08/4-happy-independence-day-india.htmlधन्यवाद /
सुंदर रचना |स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं |
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