किसने कहा होगा ?
पुकारो ! एक बार फिर
मेरा आधा-अधूरा नाम
उन तमाम हसरतों के साथ
पुकारो कि मेरा वजूद सही हो मन को
सोच के तानो-बनों में अटका
फिर खो गया है
संवारो
संवारो मेरे बिखरे पलों को
उलझी लटों की तरह
संवारो कि अपनी सूरत देख तो
लूँ
जो टूटे दर्पण में मन के
टुकड़े टुकड़े हो गयी है
बढ़िया-
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीया -
(तानो-बनों)
खुद ने खुदी से कहा होगा ?
जवाब देंहटाएंसही कहा देवेन्द्र जी, आत्मा ने परमात्मा से कहा होगा..जो खुद ही में बसते हैं..
हटाएंभई वाह ..
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जवाब देंहटाएंसंवारों ए सावरियां मेरा जीवन संवारो ,सुन्दर मनभावन भाव शांति करती रचना।
वाह बहुत सुन्दर भाव
जवाब देंहटाएं'मुझे भी पता था के लोग बदल जाते हैं,
मगर मैंने कभी तुम्हे लोगों में गिना ही नहीं था.....'
आंधी
आप सभी सुधीजनों का स्वागत व आभार !
जवाब देंहटाएंपुकारो ……. आधा अधूरा नाम…….बहुत सुन्दर अनीता जी |
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