उससे भी 
सागर की अतल गहराई में 
जहाँ छिपे हैं हजारों मोती
जिनकी आभा से जगमगाती है जल नगरी 
उससे भी चमकदार है तेरा नाम !
सुदूर नील आकाश की ऊँचाई में 
जहाँ चमकते हैं हजारों सितारे 
जिनकी दमक लजाती है सूर्य को 
उससे भी उजला है तेरा रूप ! 
किसी अनजान द्वीप से आती है सुवास 
अनाम फूलों से 
जिसे कभी छुआ नहीं किसी नासापुट ने 
उससे भी ज्यादा सुवासित है तेरा स्मरण !  
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सुंदर कल्पना उस एक ओंकार की !!
जवाब देंहटाएंBahut sunder aur umda rachna hai
जवाब देंहटाएंholi ki shubhnaye..
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