भारत
आज समरांगण बना शांति
प्रिय यह देश !
अहिंसा परम धर्म,
हिंसा इसे न भायी
हो विवश निज
रक्षा हित बंदूक उठायी
युद्ध का मैदां
बना अमन का यह देश !
‘अतिथि देवो भव’ कह
आगत सत्कार किया
आतंकी जब बना हो विवश
प्रहार किया
रक्त रंजित हुआ
प्राचीनतम यह देश !
समिधा बना जीवन
हवाएं भयीं शीतल
आहुति देती समर्थ
वीरसेना प्रतिपल
गौरवान्वित हुआ
यह कृष्ण वाला देश !
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 28.02.2019 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3261 में दिया जाएगा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
सच में क्रोष्ण का सन्देश गीता का सन्देश आज पुनः जागृत करने की जरूरत है ...
जवाब देंहटाएंदेश के सही कदम लेने का समय ... उठने का समय है ...