शिक्षा की जो ज्योति जलाते
आज करें अभिनन्दन उनका
शिक्षा की जो ज्योति जलाते,
बन्द पड़े हैं स्कूल किन्तु वे
ऑन लाइन ही क्लास लगाते !
स्वयं सीखकर मनोयोग से
बांट रहे हैं ज्ञान शिष्य को,
हर घर ही इक स्कूल बना है
नमन करें हम उनके श्रम को !
पुस्तक में तो सभी लिखा है
विद्यार्थी अबोध अभी हैं,
सरल शब्द में पाठ पढ़ा वे
नव विचार प्रस्तुत करते हैं !
नयी नीति भी अपनाएंगे
सदा सीखने को हैं तत्पर,
उत्साही स्नेहिल अंतर है
भारत बढ़े उन्नति पथ पर !
मार्ग दिखाते बने आदर्श
शिक्षक की पहचान यही है,
शिष्य छिपा है उसके भीतर
हर समाज का मान वही है !
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार !
हटाएंआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" रविवार 06 सितम्बर 2020 को साझा की गयी है............ पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंसुन्दर और सारगर्भित।
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की बहुत-बहुत बधाई हो आपको।
स्वागत व आभार ! आपको भी शिक्षक दिवस पर शुभकामनायें !
हटाएंबहुत ही सुंदर आदरणीय दी।
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई आपको।
स्वागत व आभार ! आपको भी शिक्षक दिवस पर शुभकामनायें !
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