मन पाए विश्राम जहाँ
नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !
आरज़ू
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
आरज़ू
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
सोमवार, नवंबर 1
मर कर जो जी उठा
›
मर कर जो जी उठा जीवन का मर्म खुला दूजा जब जन्म हुआ, मर कर जो जी उठा उसको ही भान हुआ ! मृत्यु का खटका सदा कदमों को रोकता, ‘मैं हूँ’ क...
5 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें