मन पाए विश्राम जहाँ
नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !
शनिवार, जून 11
बाबा रामदेव के नाम एक प्रार्थना
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बाबा रामदेव के नाम एक प्रार्थना आज रो रहीं कितनी माएँ भारत का इक सपूत मौन है, इक सन्यासी बना तपस्वी भोजन जिसके लिये गौण है ! जो सिंह सम ग...
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गुरुवार, जून 9
बीतेगा यह दौर भ्रमों का
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बीतेगा यह दौर भ्रमों का घोर तिमिर छाया है नभ में तारा एक न चन्द्र चमकता, काले असुरों से घन बादल मार्ग न कोई कहीं सूझता ! अंधकार में घू...
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बुधवार, जून 8
कवि और कविता
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कवि और कविता वाणी अटकी, बोल न फूटे अंतर का चैन कोई लूटे, कविता दिल की भाषा जाने कितने कूल-किनारे छूटे ! रागी मन बनता अनुरागी भीतर कैसी ...
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एक और आजादी
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एक और आजादी कौन आजाद हुआ किसके माथे से गुलामी की स्याही छूटी दिलों में दर्द है बिगड़ते हालातों का देश खामोश, माथे पे उदासी है वही खंजर आज...
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सोमवार, जून 6
कहाँ जा रहा देश आज है
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अधरों पर कितने सवाल हैं आज करोड़ों आँखें नम हैं भौंचक तकती हुई निगाहें, कहाँ जा रहा देश आज है किसने दूषित कर दीं राहें ! अधरों पर कितने ...
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शनिवार, जून 4
दिल्ली में चल रहे एतिहासिक सत्याग्रह के अवसर पर आज पुनः बाबा के लिये श्रद्धा सुमन
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बाबा रामदेव जी हे युगपुरुष ! हे युग निर्माता ! हे नव भारत भाग्य विधाता ! हे योगी ! सुख, प्रेम प्रदाता तुम उद्धारक, हे दुःख त्राता ! तुम अ...
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शुक्रवार, जून 3
तुमने उसका घर देखा है
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तुमने उसका घर देखा है है विस्तीर्ण, अनंत, असीम कोई द्वार नजर न आता, स्वर्णिम सी ज्योति बिखरी है मद्धिम स्वर में कोई गाता ! नहीं क्षितिज क...
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