मन पाए विश्राम जहाँ
नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !
गुरुवार, अक्टूबर 30
प्राणों में बसंत छाएगा
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प्राणों में बसंत छाएगा फूल चढ़ाए जाने कितने फिर भी दूर रहा वह प्रियतम, प्राणों में बसंत छाएगा अर्पित होगी जिस पल धड़कन ! क...
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मंगलवार, अक्टूबर 28
पंछी उड़ जायेगा इक दिन
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पंछी उड़ जायेगा इक दिन कौन रुकेगा यहाँ व कब तक देर नहीं, टूटेगा पिंजरा, पंछी उड़ जायेगा इक दिन कभी न देखा जिसका चेहरा ! ...
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शनिवार, अक्टूबर 25
पंख लगें उर की सुगंध को
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पंख लगें उर की सुगंध को दिल में किसी शिखर को धरना सरक-सरक कर बहुत जी लिए, पंख लगें उर की सुगंध को गरल बंध के बहुत पी लिए ! जाना है...
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सोमवार, अक्टूबर 20
पर्वों का मेला दीवाली
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पर्वों का मेला दीवाली याद दिलाने सिया-राम की भरने उर में रस उजास का, जगमग करता घर चौराहे आया उत्सव फिर प्रकाश का ! दी...
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शुक्रवार, अक्टूबर 17
इतनी शिद्दत से जीना होगा
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इतनी शिद्दत से जीना होगा जैसे फूट पडती है कोंपल कोई सीमेंट की परत को भेदकर ऊर्जा बही चली आती है जलधार में चीर कर सीना पर्व...
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शनिवार, अक्टूबर 11
कावेरी के सान्निध्य में
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कावेरी के सान्निध्य में आज हमारी यात्रा का चौथा दिन है. शनिवार को सुबह असम से चले और दो उड़ानों के बाद रात्रि दस बजे गन्तव्य पर या...
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शनिवार, सितंबर 27
शुभकामना
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प्रिय ब्लॉगर मित्रों, आने वाले सभी पर्वों के लिए शुभकामना के साथ अगले दस-बारह दिनों के लिए विदा. आज ही हम बंगलुरु तथा कुर्ग की यात्रा पर...
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शुक्रवार, सितंबर 26
देवी का आगमन सुंदर
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देवी का आगमन सुंदर आश्विन शुक्ला नवरात्रि का उत्सव अद्भुत कालरात्रि का देवी दुर्गा महामाया का राज राजेश्वरी, जगदम्बा का I ...
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मंगलवार, सितंबर 23
हँसना यहाँ गुनाह है
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हँसना यहाँ गुनाह है लगा दो पहरे खुशियों पर क्यों मनुआ बेपरवाह है हँसना यहाँ गुनाह है ! खुश रहना क्योंकर सीखा है यह तो...
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