अर्थवान हों शब्द हमारे
शब्दों का संसार सजाया
मन जिसमें डूबा उतराया,
पहुँचा कहीं न लोटपोट कर
वैसे का वैसा घर आया !
शब्दों की लोरी बन सकती
तंद्रा भीतर जो भर देती,
नहीं जागरण संभव उससे
नींद को वह गहरा कर देती !
शब्दों को तलवार बनाया
इनको ही तो ढाल बनाया,
मोती कुछ लेकर आयेंगे
शब्दों का इक जाल बनाया !
शब्द अकेले क्या कर सकते
यदि न अर्थ उनमें भर सकते,
अर्थ बिना न कोई कीमत
शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !
अर्थ वही जो अनुभव देता
प्रामाणिक जीवन कर देता,
परिवर्तन कर अणु-अणु का
भावमय अंतर कर देता !
शब्दों से ज्यादा भाव की अहमियत है इसमें कोई शक नहीं ....
जवाब देंहटाएंसुंदर भावाभिव्यक्ति ....
शुभकामनायें ...
शब्दों का संसार सजाया
जवाब देंहटाएंमन जिसमें डूबा उतराया,
पहुँचा कहीं न लोटपोट कर
वैसे का वैसा घर आया !शब्दों की अनवरत सफ़र.......
शब्दों की महिमा अनन्त है।
जवाब देंहटाएंशब्दों को तलवार बनाया
जवाब देंहटाएंइनको ही तो ढाल बनाया,
मोती कुछ लेकर आयेंगे
शब्दों का इक जाल बनाया !
शब्द अकेले क्या कर सकते
यदि अर्थ न उनमें भर सकते,
अर्थ बिना न कोई कीमत
शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !
जब बोलो तो मीठा बोलो
बिना वजह तुम मुख न खोलो....!!
शब्द अकेले क्या कर सकते
जवाब देंहटाएंयदि अर्थ न उनमें भर सकते,
अर्थ बिना न कोई कीमत
शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !
शब्द शब्द अर्थ ढूंढते हुये .... सुंदर रचना
सत्य है शब्दों का एक जाल है जिसमे फंस कर रह जाते हैं हम.....बहुत गहन और सुन्दर पोस्ट......हैट्स ऑफ इसके लिए।
जवाब देंहटाएंआपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 03 -05-2012 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएं.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....कल्पशून्य से अर्थवान हों शब्द हमारे .
अर्थ वही जो अनुभव देता
जवाब देंहटाएंप्रामाणिक जीवन कर देता,
परिवर्तन कर अणु-अणु का
भावमय अंतर कर देता !
शब्दों को अर्थ का रूप ही अभिव्यक्ति सार्थक करता है.
ऐसी ही सार्थक, सुन्दर अभिव्यक्ति!
सादर
मधुरेश
शब्द अकेले क्या कर सकते
जवाब देंहटाएंयदि अर्थ न उनमें भर सकते,
अर्थ बिना न कोई कीमत
शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !
सच.....भावनाओं के बगैर शब्द तो केवल एक जाल हैं ......
अति सुन्दर रचना..भला भाव और शब्द का अंतर आपसे बेहतर कौन जान सकता है..?
जवाब देंहटाएंभावमय करते शब्दों का संगम ।
जवाब देंहटाएंअर्थ वही जो अनुभव देता
जवाब देंहटाएंप्रामाणिक जीवन कर देता,
अर्थवान
शब्दों की सार्थकता आप नहीं समझेंगी तो कौन समझेगा ,आप जो इतनी कुशलता से यह सब कह गईँ !
जवाब देंहटाएंशब्दों की ताकत तबी है जब वे अर्थमय हों ।
जवाब देंहटाएंमुझे यह रचना बहुत प्रभावशाली लगी ...
जवाब देंहटाएंआशा है गीत लिखती रहेंगी !
कल 11/05/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
बहुत ही सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंशब्द में ही तो सारा संसार समाया है....