नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !
वर्तमान भविष्य के हाथों में
नवजात शिशु की पकड़ भी
कितनी मज़बूत है
मुट्ठी में अंगुली थमाकर देखती है माँ
जकड़ लेता है
दृढ़ता से
मुस्कान थिर है
नींद में भी उसकी
माँ को लगता है
जैसे वर्तमान ने
भविष्य के हाथों में
स्वयं को सौंप दिया हो !
आप ने लिखा.....हमने पड़ा.....इसे सभी पड़े......इस लिये आप की रचना......दिनांक 20/08/2023 कोपांच लिंकों का आनंदपर लिंक की जा रही है..... इस प्रस्तुति में.....आप भी सादर आमंत्रित है......
बहुत बहुत आभार कुलदीप जी!
सटीक और सुन्दर
स्वागत व आभार!
नवजात शिशु की पकड़ भी कितनी मज़बूत है सच में सही लिखा हैआभारसादर
स्वागत व आभार यशोदा जी !
वाह! अनीता जी ,बहुत खूबसूरत सृजन..वर्तमान नें भविष्य के हाथों में स्वयं को सौंप दिया हो ..वाह!!
स्वागत व आभार शुभा जी !
आप ने लिखा.....
जवाब देंहटाएंहमने पड़ा.....
इसे सभी पड़े......
इस लिये आप की रचना......
दिनांक 20/08/2023 को
पांच लिंकों का आनंद
पर लिंक की जा रही है.....
इस प्रस्तुति में.....
आप भी सादर आमंत्रित है......
बहुत बहुत आभार कुलदीप जी!
हटाएंसटीक और सुन्दर
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार!
हटाएंनवजात शिशु की पकड़ भी
जवाब देंहटाएंकितनी मज़बूत है
सच में सही लिखा है
आभार
सादर
स्वागत व आभार यशोदा जी !
हटाएंवाह! अनीता जी ,बहुत खूबसूरत सृजन..वर्तमान नें भविष्य के हाथों में स्वयं को सौंप दिया हो ..वाह!!
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार शुभा जी !
हटाएं