जीवन यही तो माँगता
हम कौन हैं ? यह याद है ?
गर याद, दिल आबाद है
आबाद है इक ख़्वाब से
मंज़िल यहीं, इस बात से !
है याद? हमको क्या मिला?
गर याद है तो क्या गिला !
पग धरने को धरती मिली
उड़ने को आसमां मिला !
साँसे मिलीं, इक मन मिला
मन में बसा प्रियतम मिला,
यह याद है ? क्या भेंट दी
गर याद है तो क्या किया ?
माँगा सदा चाहा सदा
सिमटा ह्रदय बाँटा कहाँ,
जो पास अपने गर लुटा
रोशन रहे दिल का जहाँ !
सुख-चैन बरसेगा अगर
चलता रहे दिन-रात बस
हम कौन?हमको क्या मिला?
से क्या दिया? का सिलसिला !
सुन्दर
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार!
हटाएंबहुत बहुत आभार श्वेता जी!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर...
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार !
हटाएंक्या बात है!!! क्या मिला, से क्या दिया, का सिलसिला !
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार !
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