मन पाए विश्राम जहाँ
नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !
पिपासा
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
पिपासा
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
शुक्रवार, फ़रवरी 8
रस की धार निरंतर बहती
›
रस की धार निरंतर बहती देह व मन के घाट अधूरे इन पर ही जो डाले डेरा, उस से कैसे नैन मिलेंगे स्वयं के घर न डाला फेरा ! एक ...
2 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें