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मधुमास
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मधुमास
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गुरुवार, दिसंबर 3
ऊँघता मधुमास भीतर
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ऊँघता मधुमास भीतर अनसुनी कब तक करोगे टेर वह दिन-रात देता, ऊँघता मधुमास भीतर कब खिलेगा बाट तकता ! विकट पाहन कन्दरा में सरिता सुखद इक बह र...
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मंगलवार, मार्च 19
अगन होलिका की है पावन
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अगन होलिका की है पावन बासंती मौसम बौराया मन मदमस्त हुआ मुस्काया , फागुन पवन बही है जबसे अंतर में उल्लास समाया ! रंगों...
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मंगलवार, फ़रवरी 5
नव बसंत आया
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नव बसंत आया सरसों फूली कूकी कोयल पंछी चहके कुदरत चंचल , नवल राग गाया जीवन ने नव बसंत लाया कोलाहल ! भँवरे जैसे तम से ...
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मंगलवार, मार्च 17
आहट भर पाकर मधु रुत की
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आहट भर पाकर मधु रुत की बासंती चुनरिया ओढ़े हौले हौले से धरती पग, सरकाती पल भर ही घूँघट विस्मय से भर जाता है जग ! आहट...
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