तुम्हारे जाने के बाद
जानती हूँ कम पड़ जायेंगे शब्द
नहीं कह पाएंगे उन भावों को
जो उमड़ते रहे हैं भीतर
जाने के बाद तुम्हारे !
एक-एक श्वास जुडी है तुमसे
इस जीवन से पहले
न जाने कितने जन्मों से
कैसा गहरा नाता है यह
जो ढूँढ़ निकाला इतने बड़े जहाँ
में
टिका है यह जीवन
उस अनकहे प्रेम की भीत पर
जो प्रवाहित होता ही रहता है
तुम्हारे अस्तित्त्व से !
जिसे न देख पायें ये आँखें
इतनी कमजोर नहीं हुईं अभी
मेरा हर कार्य बन जाता है तुम्हारा भी
बिना किसी लिखित अनुबंध के
मेरे होने को अर्थ मिला है
तुम्हारे होने से
ये जो सुविधाओं का अम्बार
लगाया है तुमने इर्दगिर्द
मेरे
गवाही देता है उस अटूट विश्वास की
जो हर उस वक्त भी बहती है तुम्हारे भीतर
जब किसी बात पर हो जाते हो
नाराज तुम यूँही
अब जब कि दूर हो तुम
याद आ रही हैं वे बातें
जो कही जानी चाहियें थीं
पर नहीं कही गयीं, क्यों नहीं
इसका जवाब नहीं है मेरे पास
ऐसा भी नहीं है
पर कहना उसे पुनः होगा तिरस्कार
उस अनवरत गूंजते गीत का
जो बिना बोले फूटता रहता है
तुम्हारे अधरों से
जिसे सुना है मैंने अभी-अभी
झुक झुक जाती है दिल की डाल
तुम्हारे लिए अब
जब कि हो गया है अहसास उसे
किस कदर कीमती है तुम्हारा साथ..
सुंदर प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति आदरेया-
जवाब देंहटाएंआभार आपका-
बहुत सुंदर!
जवाब देंहटाएंजीवन में कितना कुछ अनकिया, अनकहा रह जाता है। पूर्वजों ने शायद शायद इसी के उपाय कहे हैं अपने उपदेशों में ...
जिसे सुना है मैंने अभी-अभी
जवाब देंहटाएंझुक झुक जाती है दिल की डाल
very nice
झुक झुक जाती है दिल की डाल
जवाब देंहटाएंतुम्हारे लिए अब
जब कि हो गया है अहसास उसे
किस कदर कीमती है तुम्हारा साथ..
आशा और विश्वास
बहुत कुछ अनकहा रह जाता है किसी के जाने के बाद ... दो बस सालता है दिल को ...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन भाव ... बहुत सुंदर रचना....
जवाब देंहटाएंएक-एक शब्द , गवाही देता है जन्मों के नाते और अटूट विश्वास का ….सुन्दर अभिव्यक्ति के लिए आभार
जवाब देंहटाएंsundar rachana :-)
जवाब देंहटाएंटिका है यह जीवन
जवाब देंहटाएंउस अनकहे प्रेम की भीत पर
जो प्रवाहित होता ही रहता है
तुम्हारे अस्तित्त्व से !
वाह...बहुत सुन्दर भाव....
आप सभी सुधी जनों का स्वागत व आभार !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन और लाजवाब |
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