मन पाए विश्राम जहाँ

नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !

शनिवार, जुलाई 8

जीवन जो गतिमान निरंतर

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जीवन जो गतिमान निरंतर  रोकें नहीं ऊर्जा भीतर पल-पल बहती रहे जगत में, त्वरा झलकती हो कृत्यों से पाँव रुकें नहीं थक मार्ग में ! नित रिक्त हों ...
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शुक्रवार, जुलाई 7

शरद की एक शाम

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शरद की एक शाम भीगी-भीगी दूब ओस से हरीतिमा जिसकी मनभाती, शेफाली की मोहक सुवास झींगुर गान संग तिर आती ! शरद काल का नीरव नभ है रिक्त मेघ से, दर...
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गुरुवार, जुलाई 6

अव्यक्त

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अव्यक्त  कविता फूटती है  मन की भाव धरा पर  सिंचित होती है जब वह  प्रेम बुंदकियों से  प्रेम  ! जो फैला है  कण-कण में परमात्मा की तरह  पर मिलत...
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मंगलवार, जुलाई 4

गुरु ज्ञान से

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गुरु ज्ञान से जग जाये वह तर ही जाये  रग-रग में शुभ ज्योति जलाये,  धार प्रीत की सदा बरसती  बस उस ओर नज़र ले जाये ! काया स्वस्थ हृदय आनंदित  क...
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सोमवार, जुलाई 3

सत्यं, शिवं, सुन्दरं सदगुरु

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सत्यं, शिवं, सुन्दरं सदगुरु एक बूँद में सागर भर दे  जो अनंत को हमें थमा दे, नाम खुमारी में तर कर दे  घूँट-घूँट में अमिय पिला दे ! जो बंदे को...
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शनिवार, जुलाई 1

यदि मुक्त हुआ चाहो

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यदि मुक्त हुआ चाहो जो दर्द छुपा भीतर खुद तुमने उसे गढ़ा,  नाजों से पाला है खुद उसको किया बड़ा ! तुमने ही माँगा है ऊर्जा पुकारी है, यदि मुक्त ह...
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शुक्रवार, जून 30

आधा-आधा

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आधा-आधा मेरा होना ही  ‘मेरे’ होने में सबसे बड़ी बाधा है  कृष्ण हुए बिना  जो कृष्ण से मिलन कराये  वही राधा है  जगत उसी का रूप है  ऐसा नहीं कि...
गुरुवार, जून 29

विपरीत का गणित

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विपरीत का गणित  जागरण यदि स्वप्न सा प्रतीत हो  तो स्वप्न में जागरण घटेगा   कुरुक्षेत्र बन जाये धर्मक्षेत्र, तो  हर कर्म से मंगल सधेगा  मन मे...
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बुधवार, जून 28

हर बार

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हर बार  हर संघर्ष जन्म देता है सृजन को  अत: भागना नहीं है उससे  चुनौती को अवसर में बदल लेना है  कई बार बहा ले जाती है बाढ़  व्यर्थ  अपने साथ...
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मंगलवार, जून 27

जीवन एक पहेली जैसा !

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जीवन एक पहेली जैसा ! जीवन यह संदेश सुनहरा ! छोटा  मन  विराट हो  फैले ज्यों बूंद बने सागर अपार, नव कलिका से  कुसुम पल्लवित  क्षुद्र बीज बने व...
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शुक्रवार, जून 23

हम किधर जा रहे हैं

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हम किधर जा रहे हैं कितना बौना हो गया है समाज  ‘आदि पुरुष’ इसकी बानगी है  बन गये हैं शास्त्र  मनोरंजन का साधन  छा गये हैं महानायकों के चरित्र...
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बुधवार, जून 21

योग दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ

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योग दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएँ योग दिवस की धूम है, सभी मनाते आज  जीवन कैसे धन्य हो, छुपा योग में  राज  सुख और शांति के लिए, जत्न  करे दिन रा...
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सोमवार, जून 19

चम्पा सा खिल जाने दो मन

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चम्पा सा खिल जाने दो मन उठो, उठो अब बहुत सो लिये सुख स्वप्नों में बहुत खो लिये दुःख दारुण पर अति रो लिये वसन अश्रु से  बहुत धो लिये उठो करवट...
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Anita
यह अनंत सृष्टि एक रहस्य का आवरण ओढ़े हुए है, काव्य में यह शक्ति है कि उस रहस्य को उजागर करे या उसे और भी घना कर दे! लिखना मेरे लिये सत्य के निकट आने का प्रयास है.
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