मन पाए विश्राम जहाँ

नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !

बुधवार, जनवरी 3

कुसुमों में सुगंध के जैसा

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कुसुमों में सुगंध के जैसा राग नया हो ताल नयी हो  कदमों में झंकार नयी हो,  रुनझुन रिमझिम भी पायल की  उर में  करुण पुकार नयी हो ! अभी जहाँ विश...
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शनिवार, दिसंबर 30

बीत गया एक और वसंत

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बीत गया एक और वसंत जाते हुए बरस का हर पल  याद दिलाता सा लगता है, बीत गया एक और वसंत सपना ज्यों का त्यों पलता है ! दस्तक दे नव भोर जतन हो  स्...
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बुधवार, दिसंबर 27

मन कहाँ ख़ाली हुआ है

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मन कहाँ ख़ाली हुआ है  यह ग़लत है, वह ग़लत है  ग़लत है सारा जहाँ,  बस सही हम जा रहे, यह  राह रोके क्यों खड़ा ? क्यों नहीं उड़ते गगन में  देर ...
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शनिवार, दिसंबर 23

मेघा ढूँढें आसमान को

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मेघा ढूँढें आसमान को  मंज़िल पर ही बैठ पूछता  और कहाँ ? कितना जाना है ? क्यों न कहें उर को दीवाना  अब तक भेद नहीं जाना है ! सागर में रहकर ज्...
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गुरुवार, दिसंबर 21

भारत का प्रकाश फैलेगा

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 भारत का प्रकाश फैलेगा  युद्धों की ज्वाला में जलता  विश्व छिपा है अंधकार में,    भारत का प्रकाश फैलेगा  शांति सिखाता हर विचार में !  पर्यावर...
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सोमवार, दिसंबर 18

इक लहर उठी श्वासों की

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  इक लहर उठी श्वासों की ओउम् की पुकार उठी  हुई जागृत रग-रग तन की, रेशा-रेशा लहराया मन की हर विस्मृति टूटी !    उड़ चली डोर श्वासों की मन ह्र...
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बुधवार, दिसंबर 13

धरती पर स्वर्ग

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चिनार की छाँव में - अंतिम भाग धरती पर स्वर्ग अभी थोड़ी देर पहले हम कश्मीर की राजधानी श्रीनगर का सिटी टूर करके वापस आये हैं। भारत के जम्मू औ...
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मंगलवार, दिसंबर 12

अमृत पुत्र हैं भारतवासी

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अमृत पुत्र हैं भारतवासी सुख की अभिलाषा ने मारा  दुख ने सदा सचेत किया है,   अमृत पुत्र हैं भारतवासी  जहाँ शिवा ने गरल पिया है !  जग के लिए प्...
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शुक्रवार, दिसंबर 8

गुलमर्ग की यादें - २

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चिनार की छाँव में -५ गुलमर्ग की यादें - २ आज हमारी यात्रा का पाँचवा दिन है। गंडोला राइड गुलमर्ग का मुख्य आकर्षण है। यह एशिया की सबसे ऊंची औ...
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बुधवार, दिसंबर 6

क्यों दिल की साँकल उढ़का ली

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क्यों दिल की साँकल उढ़का ली भरें न कल्पना की उड़ानें  कैसे नये क्षितिज पायेंगे ?  नियत सोच में सिमटे रहकर  बस पुरातन दोहरायेंगे ! जहाँ अनंत ...
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Anita
यह अनंत सृष्टि एक रहस्य का आवरण ओढ़े हुए है, काव्य में यह शक्ति है कि उस रहस्य को उजागर करे या उसे और भी घना कर दे! लिखना मेरे लिये सत्य के निकट आने का प्रयास है.
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