बुधवार, अक्टूबर 1

देवी माँ

देवी माँ 


अनोखी हैं 

देवी की कथाएँ 

हर तर्क से परे 

मन को विस्मय से भर देने वाली !


देवी के मंत्र विचित्र हैं 

हर अर्थ से परे 

मन को ठहरा देने वाले !


हर कथा हर मंत्र का 

कहीं यही तो लक्ष्य नहीं 

मन को शांत कर देना !


न निर्णय ले  

न संदेह से भरे 

बस थम जाये 

और पहुँच जाये उस अनंत में 

जो आधार है सृष्टि का !


देवी शिव से मिलाती हैं 

ऊर्जा जगाकर 

ज्योति में ले जाती हैं !


सुख, आनंद, ज्ञान 

और प्रेम रूपिणी 

शक्ति स्वरूपा माँ पावन शांति का 

अनंत स्रोत हैं ! 



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