आस्ट्रेलिया-आस्ट्रेलिया
अंतिम भाग -
एक दिन स्थानीय दर्शनीय स्थलों को देखने के बाद शेष
दो दिन कटुम्बा तथा कियामा नामक स्थान देखने गये. ब्लू माउंटेन
नाम से प्रसिद्ध पर्वतों की श्रृंखला सिडनी के पश्चिम में ५० किमी तक फैली हुई है.
सेन्ट्रल स्टेशन से कटुम्बा के लिए ट्रेन लेकर हम यहाँ गये. पहला पड़ाव था,
three sisters, जो तीन चट्टानों से बनी एक सुंदर प्राकृतिक आकृति है. ऑस्ट्रेलिया
के मूल निवासी aborginal की कहानी के अनुसार तीन सुंदर बहनें meehni, wimlah और
gunnedoo कटुम्बा जाति की वासी थीं जो जेमिसन घाटी में रहती थीं, वे नेपियन जाति
के तीन युवकों से प्रेम करने लगीं, मगर नियम के अनुसार भिन्न जातियों में विवाह
सम्बन्ध नामुमकिन था. युवकों ने उनका अपहरण करने का निश्चय किया, युद्ध हुआ. एक
वृद्ध व्यक्ति ने उन बहनों को उनकी रक्षा हेतु कुछ काल के लिए पत्थर का बना दिया,
पर वह युद्ध में मारा गया, दूसरे किसी को यह विद्या आती नहीं थी कि उन्हें पुनः
मानव बनाया जाये, सो वे आज तक वैसे ही खड़ी हैं. आज तक कोई राम नहीं मिला जो उन्हें
मानवी बना दे. आगे जाकर हम ट्राली की रोमांचक यात्रा कर एक पर्वत से दूसरे पर्वत
तक पहुंचे, जहाँ सुंदर भ्रमण पथ बने थे, कुछ देर घूमने के बाद रेल द्वारा हम पुनः
उसी पर्वत पर लौट आये, नीले पर्वतों की यह यात्रा एक सुखद स्मृति बन कर दिलों में
अंकित हो गयी.
सिडनी के
दक्षिण में स्थित कियामा NSW का एक सुंदर शहर है. यहाँ सर्फिंग बीच हैं, पार्क
हैं, कैफे हाउस हैं. यहाँ का मुख्य आकर्षण है blowhole. कियामा लाइट हाउस भी इस
ब्लोहोल के निकट है. हम ट्रेन से तीन घंटों की लम्बी यात्रा करके यहाँ पहुंचे तो
शीतल हवा बहुत तेजी से बह रही थी, वर्षा
भी होने लगी तो हमने एक गिफ्ट शॉप में आश्रय लिया.कुछ देर बाद जब वर्षा थमी तो हम
सागर तट पर गये. अचानक पानी का एक विशाल फौवारा सागर से उठता दिखाई दिया, बहुत
अनोखा दृश्य था, जिसे देखने अनेकों यात्री वहाँ आये थे. सम्भवतः यहाँ ज्वालामुखी
रहे होंगे, अब भी जब चट्टानों में बने छिद्र में गैस का दबाव बढ़ जाता है तो पानी
बहुत दबाव के साथ फूट पड़ता है.
सिडनी में कई
प्रसिद्ध तट हैं, अगले दिन हम बोंडी बीच देखने गये, सैकड़ों लोग तट पर धूप सेंक रहे
थे, कुछ तैर रहे थे कुछ सर्फिंग कर रहे थे, जैसे एक मेला सा लगा हुआ था. किनारे पर
पैदल चलने के लिए पथ बना था. कुछ अन्य तट भी हमने देखे. आस्ट्रेलिया की सुन्दरता
और भव्यता की सुखद स्मृतियाँ ह्रदय में समेटे हम वापस लौटे.
विवरण और छायांकन दोनों अप्रतिम बढ़िया श्रृंखला चली है।
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीया
कल 22/11/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
बहुत बहुत आभार !
हटाएंबहुत बढ़िया संस्मरण ...चलिए ऐसी बहाने हम भी घूम फिर लेते है देश विदेश और देख भी लेते हैं ..
जवाब देंहटाएंसुन्दर चित्रों के साथ सुन्दर प्रस्तुति के लिए धन्यवाद
वीरू भाई, रविकर जी व कविता रावत जी आप सभी का स्वागत व आभार !
जवाब देंहटाएंऑस्ट्रेलिया यात्रा करवाने के लिए आभार आपका !
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