आज छोटी बहन के विवाह की वर्षगांठ है, यह कविता उन सभी को समर्पित है जिनके विवाह की वर्षगांठ इस हफ्ते है.
विवाह की वर्षगांठ पर शुभकामनाओं सहित
बरसों से ज्यों चल रहे, लिए हाथ में हाथ
राज खोलते हैं यही, जन्म-जन्म का साथ
इक दूजे का हौसला, इक दूजे का मान
बन सदा दिखलाया है, दिल से अपना जान
जो माँगा पाया सदा, पूर्ण हुई हर आस
आँगन में कलियाँ खिलीं, अंतर में विश्वास
सुर-तालों की साधना, मिल करता परिवार
खुशियाँ बाँटे जगत में, पा सुख का आधार
तन-मन दोनों स्वस्थ हों, और आत्मा पूर्ण
यही दुआ इस सुदिन पर, जीवन हो सम्पूर्ण
अनीता जी बधाई एवं अनेक शुभकामनायें आपके भावी जीवन के लिए !! बहुत सूंदर कविता से भावों की अभिव्यक्ति की !!
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार अनुपमा जी, आपको भी ढेरों शुभकामनाएं !
हटाएंबहुत प्यारा उपहार है
जवाब देंहटाएंआपकी छोटी बहन के विवाह की वर्षगांठ पर हार्दिक शुभकामनाएं
स्वागत व आभार कविता जी !
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