स्वप्न भारत का
काश ! रशिया को भी
सदस्यता देने को राजी हो जाये नाटो
और बाइडेन गले लगा लें पुतिन को
चाइना ताइवान को आँख दिखाना बंद करे
और छोटे भाई उत्तर कोरिया
को भी यही सिखा दे
कि भूल जाये साऊथ कोरिया से दुश्मनी
और दोनों देश दोस्त बनें
यदि पाकिस्तान के सारे आतंकवादी
रातोंरात सुधर जाएँ
और तालिबान इक्कीसवीं सदी में जाग जाएँ
यदि सारा यूरोप अपने वैभव का मुलम्मा उतार
दुनिया को एक नजर से देखे
अफ़्रीकी देशों में शिक्षा प्रचार प्रसार हो
बन्द हो जाये बन्दूकों के कारखाने
और वैज्ञानिक मिसाइल
बनाना बंद कर दें
यह भारत का स्वप्न है
और यह स्वप्न जब हकीकत बनेगा
तब ही यह विश्व बचेगा !
पूरा है विश्वास,हम होगे कामयाब एक दिन।
जवाब देंहटाएंअवश्य ऐसा होगा एक दिन, स्वागत व आभार दीदी!
हटाएंउत्कृष्ट भाव !
जवाब देंहटाएंसकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती कितनी सुंदर रचना।बधाई दीदी ।
स्वागत व आभार जिज्ञासा जी!
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