होली की शुभकामनाएँ
फागुन मास भरे उल्लास
पूनम का चाँद जगाये याद,
उड़ते रंग भरते उमंग
अबीर, गुलाल, मिटायें मलाल !
मीठी गुझिया भुजिया तीखी
लपट अगन की लौ लगन की,
छाया वसंत हुआ शीत अंत
मन मोर थिरक भरे एक ललक !
यह राग-रंग धुन मस्ती की
बस याद दिलाने ही आती,
जीवन इक मधुरिम उत्सव है
कुदरत की हर शै यह गाती !