गुरुवार, सितंबर 5

शिक्षक का यही इरादा है

शिक्षक का यही इरादा है 


शिक्षा की ज्योति जले मन में 

शिक्षक का यही इरादा है, 

पढ़-लिख कर ख़ुद को पहचाने 

उसका इतना ही वादा है !


केवल बने किताबी कीड़ा 

इससे कब कुछ भी हल होगा ?

संबंधों की गरिमा समझे 

अध्यापन तभी सफल होगा !


इस धरती से क्या रिश्ता है 

भारत भू से पावन नाता, 

विज्ञान, गणित, इतिहास,वेद   

शिक्षक श्रद्धा से सिखलाता !


विकसित हो मन, हो बुद्धि प्रखर 

 हाथ थाम वह दिशा दिखाए, 

अज्ञानता के अंधकार में 

प्रज्ज्वलित राह निकल आये !


शिक्षक संस्कृतियों  का रक्षक 

कल से जुड़ भविष्य  दिखलाए, 

कोमल पौधों को दे पोषण 

सबल बृहत् वटवृक्ष बनाये !


9 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बहुत आभार दिग्विजय जी !

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  2. गणेश चतुर्थी की आपको हार्दिक शुभकामनाएं। रिद्धि सिद्धि के दाता गणपति सभी को आरोग्य व सुख समृद्धि प्रदान करें 🙏
    बहुत सुन्दर रचना।

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    1. आपको भी गणेश चतुर्थी पर बहुत बहुत शुभकामनाएँ !

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