गुरुवार, सितंबर 1

गणपति उत्सव पर हार्दिक बधाई !




हे गणपति ! हे विघ्न विनाशक !

हे गणपति हम तुझे चाहते
तुझसे बस हम प्रेम मांगते,
जग करता तेरी आराधना
पूर्ण करे तू सबकी साधना !

ज्ञान का सागर विघ्न विनाशक
रिद्धि सिद्धि का तू है दाता,
तू अचिन्त्य, अव्यक्त, अविनाशी
है हमारी आत्मा गणेषा !

तू विशाल, निर्भय, गर्वीला
दर्शन तेरा शक्ति जगाता,
तेरे गुण अनुपम अनंत हैं
चेतनता को जगाए गनेशा !

बड़ी शान है, बड़ा दबदबा
हर बाधा को तू रौंदता,
आगे बढने का बल देता
तू है दयालु, विघ्न को हरता !

कर्ण विशाल तू सबकी सुनता
नयनों में असीम गहराई,
जो भी झांके इन नयनों में
प्रज्ञा उसकी भी जग आई !

छोटे-बड़े सभी हैं तेरे
तू जागृत सजग प्रहरी सा,
कोई प्रेम से बंधता तुझसे
दुर्जन को तेरा पाश बंधता !

नन्हा सा मूषक भी तेरा
मोदक है आनंद का रसमय,
तुझे समर्पित है तन-मन-धन
हे अनंत जग तुझको ध्याता ! 





6 टिप्‍पणियां:

  1. गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें

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  2. हे गणपति हम तुझे चाहते
    तुझसे बस हम प्रेम मांगते,
    जग करता तेरी आराधना
    पूर्ण करे तू सबकी साधना !....गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें

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  3. गणेशोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  4. ईद की सिवैन्याँ, तीज का प्रसाद |
    गजानन चतुर्थी, हमारी फ़रियाद ||
    आइये, घूम जाइए ||

    http://charchamanch.blogspot.com/

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  5. गणेशोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं !

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