मंगलवार, मई 1

अर्थवान हों शब्द हमारे



अर्थवान हों शब्द हमारे

शब्दों का संसार सजाया
मन जिसमें डूबा उतराया,
पहुँचा कहीं न लोटपोट कर
वैसे का वैसा घर आया !

शब्दों की लोरी बन सकती
तंद्रा भीतर जो भर देती,
नहीं जागरण संभव उससे
नींद को वह गहरा कर देती !

शब्दों को तलवार बनाया
इनको ही तो ढाल बनाया,
मोती कुछ लेकर आयेंगे
शब्दों का इक जाल बनाया !

शब्द अकेले क्या कर सकते
यदि  न अर्थ उनमें भर सकते,
अर्थ बिना न कोई कीमत
शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !

अर्थ वही जो अनुभव देता
प्रामाणिक जीवन कर देता,
परिवर्तन कर अणु-अणु का
भावमय अंतर कर देता !

17 टिप्‍पणियां:

  1. शब्दों से ज्यादा भाव की अहमियत है इसमें कोई शक नहीं ....
    सुंदर भावाभिव्यक्ति ....
    शुभकामनायें ...

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  2. शब्दों का संसार सजाया
    मन जिसमें डूबा उतराया,
    पहुँचा कहीं न लोटपोट कर
    वैसे का वैसा घर आया !शब्दों की अनवरत सफ़र.......

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  3. शब्दों को तलवार बनाया
    इनको ही तो ढाल बनाया,
    मोती कुछ लेकर आयेंगे
    शब्दों का इक जाल बनाया !

    शब्द अकेले क्या कर सकते
    यदि अर्थ न उनमें भर सकते,
    अर्थ बिना न कोई कीमत
    शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !

    जब बोलो तो मीठा बोलो
    बिना वजह तुम मुख न खोलो....!!

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  4. शब्द अकेले क्या कर सकते
    यदि अर्थ न उनमें भर सकते,
    अर्थ बिना न कोई कीमत
    शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !

    शब्द शब्द अर्थ ढूंढते हुये .... सुंदर रचना

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  5. सत्य है शब्दों का एक जाल है जिसमे फंस कर रह जाते हैं हम.....बहुत गहन और सुन्दर पोस्ट......हैट्स ऑफ इसके लिए।

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  6. अर्थ वही जो अनुभव देता
    प्रामाणिक जीवन कर देता,
    परिवर्तन कर अणु-अणु का
    भावमय अंतर कर देता !


    शब्दों को अर्थ का रूप ही अभिव्यक्ति सार्थक करता है.
    ऐसी ही सार्थक, सुन्दर अभिव्यक्ति!
    सादर
    मधुरेश

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  7. शब्द अकेले क्या कर सकते
    यदि अर्थ न उनमें भर सकते,
    अर्थ बिना न कोई कीमत
    शब्द नहीं पीड़ा हर सकते !

    सच.....भावनाओं के बगैर शब्द तो केवल एक जाल हैं ......

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  8. अति सुन्दर रचना..भला भाव और शब्द का अंतर आपसे बेहतर कौन जान सकता है..?

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  9. भावमय करते शब्‍दों का संगम ।

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  10. अर्थ वही जो अनुभव देता
    प्रामाणिक जीवन कर देता,
    अर्थवान

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  11. शब्दों की सार्थकता आप नहीं समझेंगी तो कौन समझेगा ,आप जो इतनी कुशलता से यह सब कह गईँ !

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  12. शब्दों की ताकत तबी है जब वे अर्थमय हों ।

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  13. मुझे यह रचना बहुत प्रभावशाली लगी ...
    आशा है गीत लिखती रहेंगी !

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  14. कल 11/05/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  15. बहुत ही सुन्दर रचना...
    शब्द में ही तो सारा संसार समाया है....

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