सोमवार, सितंबर 16

विश्वकर्मा पूजा पर ढेरों शुभकामनायें

विश्वकर्मा पूजा पर ढेरों शुभकामनायें 



एक भोर उजास भरी

जिस दिन आएगी भारत में
स्वप्न सृजन का दृग खोलेगा,
कर्मठता का हर अंतर में
एक सघन विश्वास उगेगा !
  
एक ज्योति आह्लाद भरी

जिस पल जन-जन में छाएगी
कृषक सुखद जीवन जीएगा,
नहीं मरेगा श्रमिक भूख से
औजारों में रब दीखेगा !

एक लहर आह्वान भरी

जिस क्षण छाएगी हर ओर
 श्वास-श्वास होगी तब अर्पित,
 गीत रचेगा कण-कण, भूमि
सरसेगी युग-युग से वंचित !

7 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर रचना ……पर्व की शुभकामनायें |

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  2. बहुत सुन्दर और सार्थक रचना...

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  3. ॐ शान्ति

    जिस पल जन-जन में छाएगी
    कृषक सुखद जीवन जीएगा,
    नहीं मरेगा श्रमिक भूख से
    औजारों में रब दीखेगा !

    कुछ तो दो सम्मान श्रमिक को

    मुंह माँगा वरदान न सही ,

    पेट भर तो खाद्यान्न दीजिए ,

    बिल से पेट नहीं भरता है ,

    नेता पेट नहीं भरता है।

    अति सुन्दर रचना।

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  4. अमृता जी, यशवंत जी, वीरू भाई, इमरान, कैलाश जी व् मृदुला जी आप सभी का स्वागत व आभार!

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