सर्वमंगला मंगल लाए
जगज्जननी ! महा मूल प्रकृति !
ज्योतिस्वरूपा वामदेवी,
जगदम्बा, ईशा, सरस्वती
लक्ष्मी, गंगा, उमा, पार्वती !
अपरा दुर्गा देवी सहाय
जीवन में बाधा जब आए,
भद्र काली करती कल्याण
माँ अम्बिका दुलार लुटाए !
अन्नपूर्णा भरे भंडार
सर्वमंगला मंगल लाए,
परम शक्ति चण्डिका अपर्णा
माँ भैरवी भय हर ले जाय !
शुभ ललिता आनंददायिनी
जीवन दात्री माँ भवानी,
मुकाम्बिका माँ त्रिपुर सुन्दरी
कुमुदा, कुंडलिनी, रुद्राणी !
जय हो 🙏🙏🌹🌹
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार ओंकार जी!
हटाएंमाता की सुन्दर स्तुति ! जय अम्बे !
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार जैसवाल जी!
हटाएंबहुत बहुत आभार कामिनी जी!
जवाब देंहटाएं🙏🙏 जय जगदम्बे 🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर । जय माता दी ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर सृजन दी।
जवाब देंहटाएंसंगीता जी, जिज्ञासा जी व अनीता जी आप सभी का स्वागत व आभार !
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