परिवार में नए मेहमान का आना सदा
ही हर्ष का कारण होता है, फिर मेहमान जब चौथी पीढ़ी की प्रथम कन्या हो तो खुशियाँ
और भी बढ़ जाती हैं, माँ होतीं तो कुछ ऐसे ही आशीर्वाद अपनी बड़ी पुत्री(यानि मेरी दीदी)की पहली
पोती नव्या को देतीं, जिसने अपने देश से दूर नार्वे में छब्बीस जनवरी को जन्म लिया
है. यह कविता माँ को भी समर्पित
है, उनकी वंश बेलि ही तो फल-फूल रही है.
नन्ही नव्या के लिए
नन्हा तन तुम्हारा नव्या
अधखुली पलक, रंगत गोरी,
तुम हुई साक्षी जिस पल से
बिन देखे बंधी प्रीत डोरी !
रोने के स्वर में छुपा ओम
मुस्काती हो जैसे योगी,
काले कुंतल, काली आँखें
ऐसी तुम ऐसी ही होगी !
नाता प्रेम का तुमसे जोड़ा
पाकर परिजन विमुग्ध हुए,
जीवन के सुंदर उत्सव में
इक नया रंग लख मुग्ध हुए !
हो गार्गी, तुम कल्याणी
शुभ आत्मा नव तन धारे
आनंदी, पावन गायत्री सी
देख तुझे गए सब मन वारे !
तन कोमल सा लघु अंग तेरे
मुस्कान कल्पना से बढकर,
लक्ष्मी ! तू वरदान स्वरूपा
आयी रूप बालिका धरकर !
चन्द्र कला सी बढती जा
जीवन शोभित हो तुझसे,
माँ की गोद में फूल सी महके
पिता दुआएं दिल दे से !
आपको बहुत बहुत बधाई .... नन्ही नव्या को शुभाशीष .... बहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंसंगीता जी, आपकी शुभाशीष अवश्य नव्या तक पहुंच गयी होगी..बहुत बहुत आभार !
हटाएंशुभकामनायें-
जवाब देंहटाएंनव्या ||
रविकर जी, स्वागत है आभार!
हटाएंप्यारी नव्या को इससे अच्छा आशीर्वाद कोई हो ही नहीं सकता।
जवाब देंहटाएंआप सबों को हार्दिक बधाई। और नव्या को स्नेह!
सादर
यशवंत जी, बहुत बहुत स्वागत व आभार आपका...
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जवाब देंहटाएंहो गार्गी, तुम कल्याणी
शुभ आत्मा नव तन धारे
आनंदी, पावन गायत्री सी
देख तुझे गए सब मन वारे !
जय हो महालक्ष्मी स्वरूपा नव्या की .आपकी जिन नव्या दियो मिलाय .स्वागतम नव्या भारत -भू पर स्वागतम .दो अभय दान बनो महिषासुर मर्दिनी .
वीरू भाई, इन सुंदर आशीष वचन वचनों के लिए हृदय से आभार !
हटाएंनन्ही नव्या को शुभाशीष .
जवाब देंहटाएंमाहेश्वरी जी, स्वागत व आभार!
हटाएंआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 29/1/13 को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां हार्दिक स्वागत है
जवाब देंहटाएंराजेश जी, बहुत बहुत शुक्रिया..
हटाएंबिल्कुल ऐसी ही है नव्या ,तुमने तो देखा भी नही और इतने सुंदर शब्दों की माला में पिरो दी उसकी भव्यता ,मेरे मन में ऐसे ही भाव आ रहें थे पर लिखने की कला नही आती .मेरे लिये तो नव्या ही मम्मीजी का आशीर्वाद है.
जवाब देंहटाएंआपने सही कहा है..उनका आशीर्वाद सदा साथ है..
हटाएंबधाइयाँ आपको और नव्या को आशीष..
जवाब देंहटाएंअमृता जी, आभार..
हटाएंशुक्रिया आपकी सद्य टिपण्णी का .बनो राष्ट्र्जन कालानी किरण बेदी तुम ,सुनीता विलियम्स तुम .
जवाब देंहटाएंशुक्रिया आपका भी..
हटाएंबधाइयाँ आपको और नन्ही नव्या को शुभाशीष ..सुन्दर सही बात कही है आपने भावनात्मक अभिव्यक्ति विवाहित स्त्री होना :दासी होने का परिचायक नहीं आप भी जाने इच्छा मृत्यु व् आत्महत्या :नियति व् मजबूरी
जवाब देंहटाएंशालिनी जी, स्वागत व आभार !
हटाएंmeri bhi shubhkamnayen lijiye.......
जवाब देंहटाएंमृदुला जी, स्वागत है आपका.. आभार !
हटाएंप्यारी नव्या को आशीर्वाद और स्नेह!
जवाब देंहटाएंआप सबों को हार्दिक बधाई।
New post तुम ही हो दामिनी।
नन्ही नव्य को हम सब की ओर से भी अनेकानेक आशीर्वाद और प्यार. आपको और आपकी दीदी को भी बधाइयाँ दादी बनने पर.
जवाब देंहटाएंरचना जी, आपकी बधाई सिर आँखों पर..बहुत बहुत आभार!
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