बुधवार, जुलाई 30

कितनी मधुर कहानी है


कितनी मधुर कहानी है


हर सुख की इक कीमत है
 दुःख पाकर ही चुकती है,
बस आनन्द निशुल्क बंट रहा  
मुक्ति यहाँ सहज मिलती है !

हर वस्तु की इक कीमत है
श्रम से ही पायी जाती है,
केवल खुदा ही मुफ्त यहाँ पर
नेमत सहज बरसती है !

हर सम्मान की इक कीमत है
पा अपमान चुकानी है,
बस अमान ही पाने योग्य
कितनी मधुर कहानी है !

हर लक्ष्य की इक कीमत है
खट-खट कर कोई पहुंचे ,
बस धैर्य मंजिल पर लाये   
 मिल जाती है बिन माँगे !  

2 टिप्‍पणियां: