उसका होना
कोई रेशमी सा ख्याल या
इंद्रधनुष अटका अम्बर में,
मादक मीठी तान गूँजती
कोमल कमल खिला सर्वर में !
कोई ज्यों आवाज दे रहा
हरियाली सी बिछी डगर पर,
मखमली पगत्राण धरे हों,
या फूलों के दल हों पथ पर !
जैसे कोई लड़ी गीत की
या कोई अनकही कहानी,
रस्ता दिखलाती जाती हो
झरनों में जो बसी रवानी !
हौले हौले से छूती हो,
कोई अनजानी फुहार या,
धीमे-धीमे से बहती हो,
पूरब की मीठी बयार या !
मेघों में जा छुपा सूर्य क्या,
कोई तृप्ति शाल ओढ़ाकर,
तकता हो बनकर आशीषें,
जीवन का सुअर्थ महकाकर !
कोई अपने हाथों से आ,
सहला जाता उर का पाखी,
पंखों में उड़ान भर जाता,
देकर खबर किसी मंजिल की !
भावपूर्ण अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंसादर
स्वागत व आभार !
हटाएंबहुत सुन्दर भानभीनी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार !
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