बुधवार, जनवरी 25

गणतन्त्र दिवस की शुभकामनायें !


गणतन्त्र दिवस की शुभकामनायें !


तिरंगा सुनाता है अपनी कहानी
 राजा है इसमें न ही कोई रानी,
शहीदों के खूं से लिखी यह गयी है
हजारों की इसमें छुपी क़ुरबानी !

गुलामी का दर्द भयानक बड़ा था
घुट घुट के जीते थे शासन कड़ा था, 
आजादी की शमा जब जली लहराती  
तिरंगा गगन में ऊँचा उड़ा था !

बापू ने इसमें भरे रंग प्यारे
चरखा बना चक्र, संदेश धारे,
बढ़ते चलें तोड़ बाधायें पथ की
मंजिल सदा दे, आशा पुकारे !

केसरिया सुनाये साहस की गाथा 
हरियाला भारत स्वप्न सजाता,  
सच्चाई, शांति का संदेशा देकर   
तिरंगा दिलों में आकांक्षा जगाता !

5 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर...गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें !

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  2. आपके बाक़ी दोब्लॉगों से होते हुए यहां तक पहुंचा हूं। कितनी वेरायटी है आपकी रचनात्मकता में। नमन है आपके श्रम और आपकी लेखनी को!

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  3. तिरंगा सुनाता है अपनी कहानी
    राजा है इसमें न ही कोई रानी,
    शहीदों के खूं से लिखी यह गयी है
    हजारों की इसमें छुपी क़ुरबानी !

    बहुत सुन्दर रचना... आप को भी गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें...

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  4. सुन्दर कविता के लिये बधाई एवं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं।
    किन्तु कुछ अनुत्तरित प्रश्न भी हैं। जिसका हल हम सबको खोजना होगा।
    कृपया इसे भी पढ़े-
    क्या यही गणतंत्र है

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