शीत ऋतु लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
शीत ऋतु लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, फ़रवरी 3

इसलिए कुछ ठंड ज्यादा आज है

Posted by Picasa
इसलिए कुछ ठंड ज्यादा आज है

शीत लहरी है कंपाती हाड़ को
कटकटाते दांत जब पाला पड़े,
शाम से पहले धुंधलका छा गया
सूर्य निकले सर्दियों में दिन चढ़े !

धूप में तेजी नहीं बस कुनमुनी सी
बदलियों से डर गया रविराज है,
रात भर गरजा किये बादल घने
इसलिए कुछ ठंड ज्यादा आज है !

छुपे जन्तु शीत से पाने पनाह
चीटियाँ और छिपकली दिखती नहीं,
फूल बागों में ठिठुरते से खिले
घास भी कुम्हला गयी पीली पड़ी !

ओढ़ मफलर, स्कार्फ, टोपी, शॉल सब
चाय की चुस्की लगाते चल रहे हैं,  
रेवड़ी, तिल, गजक बिकते थोक में
अलाव भी होड़ लेते जल रहे हैं !

अनिता निहालानी
३ फरवरी २०११