बुधवार, जून 29

सच क्या है

सच क्या है

सच सूक्ष्म है जो कहने में नहीं आता
सच भाव है जो शब्दों में नहीं समाता
सच एकांत है जहाँ दूसरा प्रवेश नहीं पाता
सच सन्नाटा है जहाँ एक ‘तू’ ही गुंजाता
सच में हुआ जा सकता है पर होने वाला नहीं बचता
सच एक अहसास है जिससे इस जग का कोई मेल नहीं घटता
सच बहुत कोमल है गुलाब से भी
सच होकर भी नहीं होने जैसा है
सच का राही चला जाता है अनंत की ओर
थामे हुए हाथों में श्रद्धा की डोर !

मंगलवार, जून 28

स्वप्नों की इक धारा बहती

स्वप्नों की इक धारा बहती



भाव जगें कुछ नूतन पल-पल
शब्दों की इक माल पिरो लें,
प्रीत निर्झरी सिंचित करती
उर का कोना एक भिगो लें !

स्वप्नों की इक धारा बहती
हुए सजग बस दिशा मोड़ दें,
सुख ही जहाँ बरसता निशदिन
पावन ऐसा चौक पूर दें !

कह डालें कुछ पुष्प मौन के
अनगाये से राग बोल दें,
सुरभि शांति गीत अव्यक्त सी
निज जल, उसकी राह खोल दें !




सोमवार, जून 27

माया द्वन्द्वों का है खेल

माया द्वन्द्वों का है खेल


माया मनमोहक अति सुंदर
किन्तु बाँधती मोह पाश में,
सुख का देती सिर्फ छलावा
जीवन कटता इसी आश में !

माया द्वन्द्वों का एक खेल
सुख-दुःख झूले में झुलवाती,
कभी हिलोरें लेता है मन
फिर खाई में इसे गिराती !

माया सदा भुलावा देती
कर्मों में उलझाया करती,
दौड़भाग कर कुछ तो पा लो
सुख से रहना, गाया करती !

मधुर दंश हैं अति माया के 
किन्तु क्षणिक बस पल भर के हैं,
मृगतृष्णा या मृग मरीचिका
तुहिन बिंदु से कण भर के हैं !

किन्तु है एक शाश्वत जीवन
नित्य नूतन प्रेम का वर्षण,
मायापति का यदि हो वन्दन
पल-पल वर्धित ऐसा गुंजन !





रविवार, जून 26

ज्यों की त्यों

ज्यों की त्यों

हर लहर जो सागर से निकलती है
सागर की खबर देती है
हर दुआ जो दिल से निकलती है
दिलबर की खबर ही देगी न ....
और दुआ ही क्यों, हर बददुआ भी
उसके बगैर तो आ नहीं सकती
 यह बात और है कि
हमें आदत है मिलावट की
हर शिशु निर्दोष ही आता है जग में
पर वैसा ही वापस नहीं जाता
कबीर की तरह मन को चादर को
ज्यों की त्यों रखना जो हमें नहीं आता !


शुक्रवार, जून 24

प्रार्थना

प्रार्थना

पुहुप, पवन, पंछी व सितारे
जो भी साथी-संग हमारे,
सुख पायें, हो मंगल सबका
प्रमुदित हो पनपें वे सारे  !

जो भी सुंदर है, शुभकर है
आकर्षक, अति मनमोहक है,
केंद्र बने सबके जीवन का
जीवन का जो भी सम्बल है !

सहज, सरल हो जीवन राहें
हों पूर्ण सदा उनकी चाहें 
अंतर प्रकाश सदा प्रज्ज्वलित
रहें लक्ष्य की ओर निगाहें !