उस देवी की पूजा करें हम
थामती जो हर विपद में
ज्ञान दीपक पथ दिखाती,
प्राण का आधार भी है
रात्रि बन विश्राम देती !
सौंदर्य देवी कहाए
जगत को आकार देती,
शिव मिलन की प्रेरणा दे
ले स्वयं कैलाश जाती !
ऊर्जा अपार धारे
अनंत का दर्शन कराती,
दात्री बनी सिद्धि रिद्धि
निःशंक जो सदा विचरती !
महातपस्विनी जगत मा
पराम्बा, महायोगिनी,
शिव प्रिया, माँ महागौरी
जगत तोषिणी व पोषिणी !
नवरात्रि की शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार !
हटाएंसुन्दर सृजन
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार !
हटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंस्वागत व आभार !
हटाएंसादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (13-10-2020 ) को "उस देवी की पूजा करें हम"(चर्चा अंक-3860) पर भी होगी,आप भी सादर आमंत्रित हैं।
---
कामिनी सिन्हा
बहुत बहुत आभार !
हटाएं