इज़हार लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
इज़हार लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सोमवार, जनवरी 16

इक विश्वास हृदय में अनुपम

इक विश्वास हृदय में अनुपम 


जीवन इक उपहार उसी का 

जो सदा निकट, है सुदूर अति, 

जिससे यह श्वासें चलती हैं 

प्राणों में बल, तन-मन में गति !


जीवन ज्यों स्वीकार सभी का 

सुख-दुःख बारी-बारी बरसे, 

 दिवस बिना भला कैसी रात्रि 

स्मित अधरों पर, अश्रु नयन में !


जीवन है इज़हार प्रेम का 

 घटता-बढ़ता नहीं मोह सम, 

एक अचल मृदु आश्रय कोई 

इक विश्वास हृदय में अनुपम !


जीवन शुभ व्यापार प्रकृति का 

 शीत कँपाए, ग्रीष्म सताए,  

ऋतु बहार, फिर पतझड़ लाती  

बादल बारिश राग सुनाए !


जीवन इक उपकार किसी का 

कोई दाना, वस्त्र उगाए, 

दिया ज्ञान, घर-द्वार बनाता 

पग-पग नया सहायक आए !