अनुत्तरित प्रश्न
पंछी तेरा गान सुनूं या उस भोले बालक का क्रन्दन
तेरा सुंदर रूप निहारूं या जिसका उजड़ा वन नन्दन !
एक नहीं अनगिनत प्रश्न हैं झांक रहे उसकी आँखों से
वह क्या है, क्यों है, कब से है उड़ रहा कल्पना पांखों से !
देश की वृहत्त योजनाओं में कहीं भी उसका नाम नहीं
उसको भी संविधान संशोधन से होगा कोई काम नहीं !
शिक्षा में आमूल परिवर्तन या समाजवाद का नारा हो
उसको शिक्षा कहाँ मिलेगी देश जो उसको प्यारा हो !
अनिता निहालानी
२६ फरवरी २०११