पितृ पक्ष में
परलोक से बना रहे हमारा संपर्क
स्मरण यह पितृ श्राद्ध कराते हैं,
हमारे अस्तित्त्व में जिन पूर्वजों का है योगदान
जिस वंश परंपरा के हैं हम वाहक
जगे कृतज्ञता की भावना उनके प्रति
यह याद भी दिलाते हैं !
बने रहें सत्य के पथ पर
होते रहें दान-पुण्य भर भर
भक्ति, ध्यान, साधना की
बहती रहे धारा हर घर
तो पितर प्रसन्न होते हैं
झोली भर आशीषें देते हैं
बड़ों के लिए किया गया हर कृत्य
करने वाले को ही पूर्ण करता है
उस जगत से, जहाँ जाना है एक दिन सबको
अपनेपन की भावना भरता है !
स्वागत व आभार !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार !
जवाब देंहटाएं''बड़ों के लिए किया गया हर कृत्य करने वाले को ही पूर्ण करता है''.......
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर !
शाश्वत सत्य कहा है आपने ।
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