नए वर्ष में नए नाम के साथ प्रस्तुत है यह ब्लॉग !
मेरा होना ही
‘मेरे’ होने में सबसे बड़ी बाधा है
कृष्ण हुए बिना
जो कृष्ण से मिलन कराये
वही राधा है
जगत उसी का रूप है
ऐसा नहीं कि
जगत एक व ईश्वर दूसरा है
जो दिखता है
वह ‘मैं’ नहीं हो सकता
यही तो योग ने साधा है !
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