शुक्रवार, जनवरी 12

जब अनंत को सांत बनाया


जब अनंत को सांत बनाया 

त्रेता युग में प्रकटे थे वह 

मर्यादापुरुषोत्तम राम,  

युग-युग से भजता आया जग 

पावन अतीव मनोहर  नाम !


जब अनंत को सांत बनाया 

 अवतार लिया महाविष्णु ने, 

किंतु  राम रहे कहाँ सीमित

भारत भू की सीमाओं में !


राम नाम के मधुर जाप ने 

सारी दुनिया को गुंजाया, 

है हरि अनंत कथा अनंता 

युग-युग ने गीत यही गाया  !


जन्मस्थल पर सुंदर मन्दिर 

स्वप्न आज यह पूर्ण हुआ है,  

राम राज्य भी लौटा लाएं   

वर्तमान यह माँग रहा है  ! 


हो स्थापना परम  मूल्यों की 

 राजाराम चले थे जिन पर,

दुनिया को शुभ मार्ग दिखाया  

आदर्श पुत्र, प्रिय भाई बन  !


माँ सीता का नाम सदा ही  

राम ने आगे ही लगाया,  

सहने पड़े अनेक अपवाद   

सदा सत्य को ही अपनाया !


8 टिप्‍पणियां:

  1. जन्मस्थल पर सुंदर मन्दिर

    स्वप्न आज यह पूर्ण हुआ है,

    राम राज्य भी लौटा लाएं

    वर्तमान यह माँग रहा है !

    हम सभी बहुत खुश नसीब है जो इस पुण्य तिथि के साक्षी बन रहें हैं, सुन्दर सृजन 🙏

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  2. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" रविवार 14 जनवरी 2024 को लिंक की जाएगी ....  http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !

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  3. जन्मस्थल पर सुंदर मन्दिर

    स्वप्न आज यह पूर्ण हुआ है,

    राम राज्य भी लौटा लाएं

    वर्तमान यह माँग रहा है !
    काश राममंदिर के साथ रामराज्य भी स्थापित हो...
    लाजवाब सृजन ।

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